
Neemuuch Mandi Bhav :नीमच मंडी में आने वाले लहसुन के भाव
नमस्कार किसान भाइयों! किशन साथियों, आज मैं आपको नीमच मंडी में आने वाले लहसुन के भाव के बारे में बताने वाला हूं। साथ-साथ गेहूं के भाव के बारे में भी बताने वाला हूं। किसान भाइयों, आप इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें। सभी के सभी जानकारी आपको इस आर्टिकल के अंदर मिलने वाली है। नीमच मंडी मध्य प्रदेश की एक प्रमुख कृषि उपज मंडी है, जहां देशभर से किसान अपनी फसलें लाते हैं। यहां लहसुन, गेहूं, सोयाबीन जैसी फसलें प्रमुख रूप से बिकती हैं। आज की तारीख 1 नवंबर 2025 है, और मैं आपको नवीनतम बाजार भावों के आधार पर पूरी डिटेल दे रहा हूं। चलिए, सबसे पहले नीमच मंडी की थोड़ी सी जानकारी से शुरू करते हैं, ताकि आपको इसका पूरा परिचय मिल जाए।
नीमच मंडी की जानकारी: नीमच मंडी कहां पर स्थित है और यहां पर क्या-क्या चीज बिकती है? नीमच जिला मध्य प्रदेश के उज्जैन संभाग में स्थित है। यह जिला राजस्थान की सीमा से सटा हुआ है, जिसकी वजह से यहां का बाजार राजस्थान और मध्य प्रदेश दोनों राज्यों के किसानों के लिए महत्वपूर्ण है। नीमच शहर का इतिहास काफी पुराना है। ब्रिटिश काल में नीमच एक प्रमुख सैन्य छावनी था, जहां 1939 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की स्थापना हुई थी। आजादी के बाद यह कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाला क्षेत्र बन गया। नीमच मंडी की स्थापना 1950 के दशक में हुई थी, लेकिन इसका विकास 1980 के बाद तेजी से हुआ। यह मंडी कृषि उपज मंडी समिति (एपीएमसी) के अधीन संचालित होती है और आधुनिक सुविधाओं से लैस है। यहां गोदाम, नीलामी हॉल, वजन मशीनें और डिजिटल प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं। मंडी का क्षेत्रफल लगभग 100 एकड़ है, और रोजाना यहां हजारों टन फसल का व्यापार होता है।
नीमच मंडी का स्थान: यह मंडी नीमच शहर के मुख्य बाजार क्षेत्र में स्थित है, जो नसीराबाद-महू राष्ट्रीय राजमार्ग पर है। नीमच जंक्शन रेलवे स्टेशन से यह मात्र 2-3 किलोमीटर दूर है, जिससे किसानों को परिवहन आसान होता है। शहर का पिन कोड 458441 है, और यह इंदौर से 180 किमी, उज्जैन से 120 किमी और जयपुर से 300 किमी की दूरी पर है। मंडी का मुख्य प्रवेश द्वार दशहरा मैदान के पास है, जहां से सब्जी बाजार, अनाज बाजार और औषधीय फसल बाजार अलग-अलग सेक्शन में बंटे हैं। यहां पार्किंग, रेस्टोरम और किसान हेल्प डेस्क जैसी सुविधाएं हैं।
यहां पर क्या-क्या चीज बिकती है? नीमच मंडी मुख्य रूप से अनाज, तिलहन, सब्जियां और औषधीय फसलों के लिए प्रसिद्ध है। लहसुन यहां की प्रमुख फसल है, जिसका व्यापार देशभर में फैला हुआ है। इसके अलावा गेहूं, सोयाबीन, चना, मक्का, सरसों, उड़द, मूंग, पोस्ता दाना, इसबगोल, अश्वगंधा, मैथी बीज, धनिया, अलसी, तिल और चिया बीज जैसी फसलें बिकती हैं। सब्जियों में प्याज, टमाटर, आलू, हरी सब्जियां और फलों में आम, संतरा सीजन में आते हैं। विशेष रूप से, नीमच को “लहसुन की राजधानी” कहा जाता है, क्योंकि यहां भारत का 40% से अधिक लहसुन उत्पादन होता है। सोयाबीन का व्यापार भी यहां मजबूत है, जो खाद्य तेल और पशु चारे के लिए इस्तेमाल होता है। गेहूं रबी सीजन की मुख्य फसल है, जो आटा मिलों को सप्लाई होती है। मंडी में औषधीय फसलों का अलग सेक्शन है, जहां आयुर्वेदिक कंपनियां खरीदारी करती हैं। कुल मिलाकर, यहां 50 से अधिक प्रकार की फसलें बिकती हैं, और वार्षिक व्यापार का मूल्य 5000 करोड़ रुपये से ऊपर है।
अब बात करते हैं किसान भाइयों, नीमच मंडी में आज लहसुन के भाव के बारे में। आज 1 नवंबर 2025 को नीमच मंडी में लहसुन की आवक बहुत ही अच्छी देखने को मिली है। बाजार भी सामान्य से बेहतर रहा। किसान भाइयों, बात करें नीमच मंडी में आज लहसुन की आवक की तो यहां लहसुन की आवक 8000 से 10000 बोरी तक देखने को मिली है। एक बोरी औसतन 40 किलो की होती है, यानी कुल 320 से 400 टन लहसुन आया। यह आवक पिछले हफ्ते से 20% अधिक है, क्योंकि रबी सीजन की नई फसल आने लगी है। लहसुन की गुणवत्ता भी अच्छी रही – देसी लहसुन की कलियां चमकदार और नमी वाली थीं।
लहसुन के भाव: आज लहसुन का न्यूनतम भाव 4000 रुपये प्रति क्विंटल रहा, जबकि अधिकतम 12400 रुपये प्रति क्विंटल तक गया। औसत मॉडल भाव 5450 रुपये प्रति क्विंटल रहा। देसी लहसुन (लड्डू बोम मिक्स) का भाव 10000 से 18000 रुपये तक रहा, जो उच्च गुणवत्ता वाली कलियों के लिए था। नई लहसुन का भाव 221511 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंचा, जो मुहूर्त सौदे में रिकॉर्डतोड़ रहा। यह तेजी मौसम की अच्छी पैदावार और निर्यात मांग के कारण है। किसान भाइयों, अगर आपकी लहसुन चमकदार और बिना कीड़े वाली है, तो ऊपरी भाव मिल सकता है। लेकिन निम्न गुणवत्ता वाली पर भाव 500 से 14600 तक घूमे। लेवाली अच्छी रही, क्योंकि दिल्ली, मुंबई और विदेशी बाजारों से ऑर्डर आए। आवक बढ़ने से कल भाव में थोड़ी गिरावट आ सकती है, इसलिए जल्दी बेचें। लहसुन की खेती के टिप्स: इसे 15-20 डिग्री तापमान में लगाएं, और सिंचाई 20-25 दिनों में करें। कीटों से बचाव के लिए नीम तेल का छिड़काव करें।
वहीं, अगर हम बात करें सोयाबीन के भाव की तो किसान भाइयों, नीमच मंडी में सोयाबीन का भाव भी अच्छा रहा है। सोयाबीन का भाव लगभग 4200 प्रति क्विंटल तक देखने को मिला है। आज की आवक 5000 से 6000 क्विंटल रही, जो नई फसल की शुरुआत है। न्यूनतम भाव 4000 रुपये, अधिकतम 4655 रुपये प्रति क्विंटल रहा। नई सोयाबीन का भाव 4000 से 4450 तक रहा। यह तेजी अंतरराष्ट्रीय बाजार की मांग और कम उत्पादन के कारण है। सोयाबीन की खेती में 60-70 किलो बीज प्रति हेक्टेयर इस्तेमाल करें, और जिप्सम का छिड़काव करें।
अब मुख्य बात: नीमच मंडी में गेहूं के भाव के बारे में। किसान भाइयों, आज गेहूं की आवक 3000-4000 क्विंटल रही, जो सामान्य है। गेहूं का न्यूनतम भाव 2640 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 3081 रुपये, और औसत 2680 रुपये रहा। लोकल गेहूं का भाव 2600 रुपये तक रहा। यह स्थिर भाव सरकारी खरीद और मिलिंग डिमांड के कारण है। गेहूं की खेती के लिए 100 किलो यूरिया प्रति हेक्टेयर डालें, और कटाई अक्टूबर में करें।
नीमच मंडी का महत्व: यह मंडी न केवल स्थानीय किसानों बल्कि राजस्थान के चित्तौड़गढ़ और प्रतापगढ़ जिले के किसानों के लिए भी केंद्र है। यहां डिजिटल नीलामी शुरू हो गई है, जिससे पारदर्शिता बढ़ी। सरकार की योजनाएं जैसे पीएम किसान सम्मान निधि यहां के किसानों को लाभ दे रही हैं। मंडी में 200 से अधिक आढ़ती हैं, जो किसानों को उचित दाम दिलाते हैं। इतिहास में, 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में नीमच छावनी का महत्व था, लेकिन आज यह कृषि हब है।
किसान भाइयों, मंडी में आने से पहले मौसम चेक करें – नवंबर में ठंड बढ़ रही है, जो लहसुन के लिए अच्छा है। परिवहन के लिए ट्रक या ट्रैक्टर इस्तेमाल करें, और लाइसेंस रखें। मंडी में हेल्थ चेकअप कैंप भी लगते हैं। अगर आप पहली बार आ रहे हैं, तो आढ़ती से संपर्क करें। भावों में उतार-चढ़ाव बाजार पर निर्भर करता है, इसलिए ऐप्स जैसे eKisan या Mandi Bhav ऐप डाउनलोड करें।
अन्य फसलें: चना का भाव 5151, मक्का 2000, सरसों 4800-5200, उड़द 6500-9100। ये भाव क्वालिटी पर निर्भर। मंडी का विस्तार हो रहा है, जिसमें सोलर पावर और कोल्ड स्टोरेज शामिल हैं। किसान भाइयों, अपनी फसल की अच्छी पैकिंग करें, ताकि भाव बेहतर मिले।