लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए स्किन केयर रूटीन

लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए स्किन केयर रूटीन

मैं आज सुबह-सुबह उठी तो आईने में देखा कि मेरी आँखों के नीचे हल्का सा कालापन फिर लौट आया है। पति अभी सो रहे थे, मैं चुपके से किचन में गई, फ्रिज खोला और सोचा आज फिर से वही पुराना खेल शुरू। फिर हँस पड़ी खुद पर, क्योंकि दस साल पहले मैं यही सब करने में शरमाती थी। तब मुझे लगता था स्किन केयर सिर्फ लड़कियों का काम है, लड़के तो बस मुँह पर साबुन रगड़कर निकल लेते हैं। लेकिन आज मेरा अपना भाई, मेरा पति, मेरे ऑफिस का लड़का सब मुझसे पूछते हैं – दीदी, भाभी, मैम, आज क्या लगाऊँ? तो मैंने सोचा आज तुम सबके लिए एक ही बार में वो सारी बातें लिख दूँ जो मैं अपने घर में सबको सिखाती हूँ, बिना ये सोचे कि ये लड़की वाला है या लड़के वाला। त्वचा तो सबकी एक जैसी ही होती है ना, बस हार्मोन्स थोड़े अलग-अलग शरारतें करते हैं।

सबसे पहले ये मान लो कि सुबह का वक़्त तुम्हारा सबसे कीमती वक़्त है। मैं छः बजे उठती हूँ, सबसे पहले एक ग्लास गुनगुना पानी पीती हूँ जिसमें आधा नींबू निचोड़ती हूँ और चुटकी भर सेंधा नमक डालती हूँ। मेरा भाई इसे “भाभी का जादू पानी” बोलता है। वो कॉलेज जाता है तो बोतल में भरकर ले जाता है। ये पानी अंदर से पूरा सिस्टम साफ करता है, जो चेहरा बाहर से चमकता है ना, वो अंदर से शुरू होता है। तुम चाहे लड़की हो या लड़का, ये एक ग्लास रोज़ पीना शुरू कर दो, पंद्रह दिन में फर्क खुद दिखेगा।

अब नहाने का नंबर। मैंने अपने पति को जबरदस्ती बेसन-दही का उबटन लगवाना शुरू किया था शादी के बाद। पहले वो हँसते थे, कहते थे “ये क्या औरतों वाला काम है?” आज वही खुद किचन में आकर बोलते हैं – सुनो, बेसन खत्म हो गया, नया लाना। तरीका बहुत आसान है: दो चम्मच बेसन, एक चम्मच दही, चुटकी हल्दी, और अगर ऑयली स्किन है तो दो बूंद नींबू। इसे गीला करके पूरे शरीर और चेहरे पर मलो, पाँच मिनट छोड़ो, फिर नहा लो। लड़के लोग अक्सर कहते हैं कि हम तो बॉडी वॉश यूज़ करते हैं, लेकिन बेसन टैन हटाता है, रोमछिद्र खोलता है और इतना सस्ता है कि जेब पर बोझ भी नहीं। मेरी ननद और मेरा देवर दोनों एक ही डिब्बे से उबटन उठाते हैं अब।

चेहरा धोने के बाद सबसे ज़रूरी है क्लींजिंग। मैंने घर में सबको एक ही चीज़ थमा रखी है – कच्चा दूध। हाँ, वही दूध जो चाय में डालते हो। रुई लेकर दूध में भिगोओ और चेहरा पोछो। लड़के जो रात भर पसीना बहाकर सोते हैं, उनकी स्किन पर जो गंदगी जमती है ना, वो दूध निकाल देता है। मेरे पति ऑफिस से आते हैं तो सबसे पहले दूध वाली रुई से मुँह पोछते हैं, फिर मुझे चूम लेते हैं और बोलते हैं “अब ताज़ा लग रहा हूँ”। लड़कियाँ तो वैसे भी मेकअप हटाने के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं, कोई अलग क्लींजर खरीदने की ज़रूरत नहीं।

अब मॉइस्चराइज़र की बारी। मैंने घर में एक बड़ा सा जार बनाया हुआ है – शुद्ध नारियल तेल में विटामिन ई की दस कैप्सूल काटकर डाल दिए, थोड़ा सा गुलाबजल और दो बूंद लैवेंडर ऑयल। ये जार फ्रिज में रहता है। सुबह नहाने के बाद सबकी बारी आती है – पहले मैं लगाती हूँ, फिर बेटी, फिर बेटा, फिर पति। सब एक ही क्रीम। लड़के बोलते हैं कि क्रीम लगाने से चेहरा चिपचिपा हो जाता है, लेकिन ये ठंडा-ठंडा नारियल वाला मिश्रण दो मिनट में सोख जाता है और पूरा दिन चेहरा सॉफ्ट रहता है। सर्दियों में मैं इसमें थोड़ा सा घी भी मिला देती हूँ, सब चुपके-चुपके ज़्यादा लेते हैं।

सनस्क्रीन का तो मैं दीवानी हूँ। मेरे घर का नियम है – बाहर निकलना है तो SPF 50 लगाना है, चाहे लड़की हो या लड़का। मैंने सबको एक ही ट्यूब थमा रखी है। मेरे भाई को पहले लगता था सनस्क्रीन सिर्फ गोरे लोग लगाते हैं, अब वो हेलमेट के अंदर भी लगा लेता है। मैं खुद लोटस या न्यूट्रोजेना का सफेद वाला यूज़ करती हूँ, जो चिपचिपा नहीं होता। लड़के लोग अक्सर कहते हैं कि हम तो धूप में खेलते हैं, क्या फायदा? मैं उन्हें अपनी पुरानी फोटो दिखाती हूँ जिसमें मेरे गाल काले पड़ गए थे, बस समझ जाते हैं।

रात का रूटीन मेरे घर में सबसे मज़ेदार होता है। दस बजे सबको बेडरूम में बुला लेती हूँ। सबसे पहले एलोवेरा। मैंने गमले में तीन-चार पौधे लगा रखे हैं। ताज़ा पत्ता तोड़ो, जेल निकालो और सबके चेहरे पर मल दो। मेरा बेटा तो अब खुद तोड़ने लग गया है। उसके बाद सबकी अपनी-अपनी पसंद। मेरी बेटी कुमकुमादी तेल लगाती है, मैं शहद-हल्दी, पति सादा चंदन पाउडर पानी में घोलकर और भाई रोज़ वही आलू वाला जूस (हाँ, वो कद्दूकस किया हुआ आलू निचोड़कर लगाता है)। पंद्रह मिनट बाद सब धो लेते हैं और सोने से पहले एक काम जो सबको करना पड़ता है – होंठों पर देशी घी। मेरे पति अब बिना घी लगाए सो नहीं पाते, कहते हैं होंठ फटते हैं।

खाने-पीने में मैं किसी को ज़बरदस्ती नहीं करती, बस एक चीज़ घर में बैन है – कोल्ड ड्रिंक और पैकेट वाला जंक। इसके बदले सुबह नाश्ते में फल, दोपहर में छाछ, शाम को भुना चना और रात को दाल में ढेर सारी हल्दी। मेरे घर का लड़का-लड़की सब एक ही थाली में खाते हैं, सबकी स्किन एक जैसी चमकती है। मेरी सास जी भी अब यही खाती हैं, उम्र सत्तर के पार लेकिन लोग पूछते हैं कि चेहरा इतना ग्लो कैसे करता है।

सबसे आखिरी और सबसे ज़रूरी बात – मैंने घर में एक नियम बना रखा है कि कोई भी अपने चेहरे को लेकर शिकायत नहीं करेगा। दाग है, मुहाँसे हैं, कालापन है – कोई बात नहीं। हम रोज़ आईने के सामने खड़े होकर बोलते हैं “मैं जैसा हूँ, बहुत खूबसूरत हूँ”। पहले सब शरमाते थे, अब मेरे पति भी बोलते हैं। और सच मानो, जब तुम खुद से प्यार करने लगते हो ना, तो स्किन भी जवाब में प्यार लौटाने लगती है।

तो बस यही है मेरे घर का लड़की-लड़का एक समान स्किन केयर रूटीन। ना महँगे प्रोडक्ट, ना अलग-अलग दुकान। बस थोड़ा सा प्यार, थोड़ा सा धैर्य और ढेर सारा घर का सामान। तुम भी शुरू कर दो आज से। और हाँ, जब पहली बार कोई तुमसे पूछे कि ये ग्लो कैसे आया, तो मेरी तरफ से मुस्कुरा देना। मैं यहीं कहीं हूँ, तुम्हारे लिए दुआ करती हुई। बहुत सारा प्यार। अब जाओ, अपना चेहरा धोकर आओ और खुद को गले लगाओ। तुम सबसे सुंदर हो।

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