
नमस्कार किसान साथियों,
मैं आपका अपना कृषि भाई, रामसिंह चौहान, नीमच मंडी का पुराना व्यापारी और किसान हितैषी। आज 3 नवंबर 2025 को मैं आपके लिए नीमच मंडी के लहसुन के ताज़ा भाव लेकर आया हूँ। किसान भाइयों, आप सभी जानते हैं कि लहसुन हमारी फसल का वो सोना है जो मेहनत के बाद घर लौटते वक्त हमें मुस्कुराहट देता है। आज का बाजार कैसा रहा, कितनी बोरी आई, भाव कितने तेज़ हुए और आगे क्या उम्मीद है – सब कुछ विस्तार से बताऊंगा। ये आर्टिकल पूरा पढ़िए, क्योंकि इसमें आपकी मेहनत का फल छिपा है।
आज का बाजार परिदृश्य
सुबह सूरज निकलते ही नीमच मंडी में लहसुन की खुशबू फैल गई। किसान भाइयों, आज मंडी में लगभग 14,000 बोरी लहसुन की आवक रही – जो कल के 12,500 बोरी से करीब 1,500 बोरी ज्यादा है। ये बढ़ोतरी इसलिए हुई क्योंकि इंदौर, उज्जैन और रतलाम के किसानों ने अपनी नई फसल का बड़ा हिस्सा आज ही उतार दिया। मंडी में सुबह 8 बजे से ही बोली शुरू हो गई और दोपहर 2 बजे तक अधिकांश माल बिक गया।
लहसुन के भाव – ग्रेड के हिसाब से
आज का सबसे ऊँचा भाव ₹5,800 प्रति कुंतल तक गया, जो देसी लहसुन (देशी किस्म, मध्यम आकार, सफेद और चमकदार) का था। ये कल के ₹5,700 से ₹100 प्रति कुंतल तेज़ रहा।
- सुपर क्वालिटी (बड़ा दाना, बिल्कुल सफेद, बिना कटे): ₹5,500 – ₹5,800
- मध्यम क्वालिटी (थोड़ा मध्यम दाना, हल्की नमी): ₹4,800 – ₹5,200
- छोटा दाना/मिलावटी: ₹3,500 – ₹4,200
- नया माल (ताज़ा कटाई, हल्की नमी): ₹4,000 – ₹4,800
किसान भाइयों, जो लहसुन अच्छी तरह सुखाया हुआ था, उसका भाव ₹5,000 से ऊपर ही रहा। लेकिन जो माल हल्का गीला था या दाने छोटे थे, उसमें ₹300-400 की गिरावट देखी गई।
बाजार तेज़ क्यों हुआ?
- त्योहारों का सीजन: दीवाली के बाद शादियों का मौसम शुरू हो चुका है। होटल, रेस्टोरेंट और घरेलू खरीदारी में लहसुन की मांग बढ़ी है।
- निर्यात मांग: गुजरात और महाराष्ट्र के निर्यातक आज मंडी में थे। उन्होंने 2,000 बोरी से ज्यादा का माल खरीदा।
- मौसम का साथ: पिछले हफ्ते की बारिश के बाद अब मौसम साफ है, जिससे नई फसल की गुणवत्ता अच्छी आई है।
- स्टॉक कम: पुराना माल अब खत्म हो रहा है, इसलिए नया माल आने पर भाव में उछाल आया।
किसानों की बातचीत
मंडी में आज मैंने कई किसानों से बात की। उज्जैन के भाई रमेश पटेल ने बताया, “रामसिंह जी, इस बार फसल अच्छी हुई, लेकिन कीटनाशक का खर्चा ज्यादा लगा। ₹5,600 में बिका, मन खुश है।” वहीं रतलाम के कैलाश भाई ने कहा, “मेरा माल थोड़ा गीला था, ₹4,800 में गया। अगली बार अच्छे से सुखाकर लाऊंगा।”
आगे क्या?
किसान भाइयों, अगले 7-10 दिन तक बाजार स्थिर से तेज़ रहने की संभावना है। कारण:
- नई फसल की आवक बढ़ेगी, लेकिन मांग भी ज्यादा रहेगी।
- अगर मौसम साफ रहा, तो भाव ₹5,800-₹6,000 तक जा सकते हैं।
- लेकिन बारिश हुई, तो नमी बढ़ने से भाव ₹400-500 गिर सकते हैं।
मेरा सुझाव:
- अच्छी क्वालिटी का माल ही बेचें।
- सुखाकर, साफ करके लाएं।
- छोटे-छोटे लॉट में बेचें, एक साथ सब न उतारें।
लहसुन की खेती के कुछ टिप्स
- बीज चुनते समय: देसी किस्म (G-282, G-50) चुनें, जो बाजार में चलती है।
- सुखाने का तरीका: कटाई के बाद 4-5 दिन छांव में सुखाएं, फिर धूप में।
- भंडारण: नमी 8% से कम रखें, नहीं तो सड़न लगेगी।
- कीटनाशक: नीम तेल का छिड़काव करें, रासायनिक कम इस्तेमाल करें।
मंडी की अन्य खबरें
- प्याज: ₹2,200 – ₹2,800 (स्थिर)
- सोयाबीन: ₹4,800 – ₹5,200 (तेज़)
- गेहूं: ₹2,600 – ₹2,800 (स्थिर)